Kanwar Yatra 2024 New Rule कांवड़ियों को रखना होगा इस नियम का खाश ध्यान, नहीं तो कंवाड यात्रा खत्म

 Kanwar Yatra 2024 New Rule 2024 कावड़ यात्रा की शुरुआत होने जा रही है ऐसे में जितने भी श्रद्धालु है उन लोगों को कुछ नियमों का पालन करना होगा जिसके पास सफलतापूर्वक अपने अवर्याप्त संपर्क कर सकते हैं हिंदू कैलेंडर के अनुसार साबुन पंचांग का पांचवा महीना होता हैइस पूरे महीने में मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित कर दिया गया है सावन मेंकावड़ यात्रा का विशेष महत्व है ऐसे में लिए देखते हैं कावर यात्रा से जुड़े कुछ जरूरी नियम जिनको आपको जरूरफॉलो करना चाहिए अगर आप भीकावड़ यात्राकरना चाहते हैं तो

Kanwar Yatra 2024 New Rule

Kanwar Yatra 2024 New Rule
Kanwar Yatra 2024 New Rule

कावड़ यात्रा शिव के भक्तों के द्वारा किया जाता है और यह एकतीर्थ यात्रा होती है कावड़ लाने वालेश्रद्धालुओं को कावड़िया के नाम से जाना जाता हैक्योंकि यह पूरी यात्रा पैदल से की जाती है हर साल लाखों केसंख्या में श्रद्धालु जिन्हें काम बढ़ियाहरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर साबुनशिवरात्रि पर अपने क्षेत्र केशिवलिंग का जलाभिषेक किया जाता हैइस यात्रा मेंकाफी लोग भाग लेते हैं और काफी श्रद्धालु जाते हैं

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

किसी भी जनकारी के लिए Whatsapp में जुड़ जाए

कावड़ यात्रा के लिए कुछ जरूरी नियम 

कावड़ यात्रा के दौरान जितने भी श्रद्धालुया भक्त हैं उनको सात्विक भोजन ही करना होता है इस दौरान किसी भी प्रकार का नशा मानस मंदिर यातामसिक भोजन इत्यादि का सेवन नहीं करना होता है इससे दूर रहना चाहिए इस बात का भी आपको खास ख्याल रखना होता है की यात्रा के दौरान कावड़ को जमीन पर बिल्कुल ना रखें ऐसा होने पर कावड़ यात्रा अधूरी मानी जाती है ऐसे में कांवड़ियों को फिर से कावड़ में पवित्र जल भरण होता है इसके बाद वह फिर से अपनी यात्रा को शुरू करते हैंयह अपने आप में एक टैप है आपको अपनेभक्ति पर और अपने मानसिक स्थिति पर आपको खास ध्यान रखना होता है 

Indian Railway New Rule : सरकार ने रातों-रात अचानक रेलवे टिकेट के नियम में किया बदलाव, वेटिंग टिकट मत लेना

आपको इन बातों का भी रखना होगा ध्यान

कावड़ यात्रा पूरी तरह सेपैदल की जाती है इसके लिए किसी भी तरह के वहां का उपयोग नहीं किया जाता है कावड़ को हमेशास्नान करने के बाद ही स्पर्श किया जाता हैइसके अलावाआपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की यात्रा के समय कबाड़ियों सेचमड़ा स्पर्श नहीं किया जाता और नहीं होना चाहिए नहीं कावड़ को किसी के ऊपर से ले जाएं साथी भोलेनाथ की कृपा के लिए कावड़ यात्रा में हर समय शिव जी के नाम का उच्चारण करते रहना चाहिए आप अपने मन में ध्यान कर सकते हैं आपको स्पीकर या फिर डीजे का उपयोग करना जरूरी नहीं है 

Meet Sumit, a passionate blogger hailing from the vibrant city of Patna. With over two years of dedicated blogging experience, Sumit has been curating insightful content sourced from trusted platforms and websites. His knack for gathering accurate information and presenting it in an engaging manner sets his blog posts apart. For queries or collaborations, you can reach out to Sumit at tshwebhelp@gmail.com.

Click here -->